औषधीय गुणों से भरपूर है बुरांश के फूल, पहाड़ी इलाकों में बनाई जाती है चटनी

बुरांश को उत्तराखंड के राज्य वृक्ष होने का दर्जा प्राप्त है, वहीं इसे नेपाल का राष्ट्रीय पुष्प भी कहा जाता है। यह एक औषधीय फूल है। जिनका इस्तेमाल दवाई बनाने के लिए भी किया जाता…

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पिथौरागढ़ में है प्रसिद्ध गुरना माता मंदिर, अपने भक्तों की करती हैं रक्षा

उत्तराखंड में पिथौरागढ़ से 13 किलोमीटर की दूरी पर गुरना गांव के नजदीक गुरना माता का प्रसिद्द मंदिर (Gurna Mata Temple) है। इस मंदिर का वास्तविक नाम ‘पाषाण देवी मंदिर’ है, लेकिन गुरना गांव के…

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फिर दिखने लगे स्वर्ग जाने के लिए बनाई गई सीढ़ियों वाले बाथू की लड़ी के मंदिर

देवभूमि हिमाचल के ज्वाली कस्बे के पास स्थित बाथू की लड़ी मंदिर (Bathu Ki Ladi Temple) पोंग डैम का जलस्तर कम होने के कारण एक बार फिर दिखने लगे हैं। मान्यता है कि इन मंदिरों…

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हरे-भरे जंगल, बहती नदी और खूबसूरत वादियों से घिरा अनछुआ पर्यटन स्थल कोटाबाग

उत्तराखंड के सबसे प्रसिद्द पर्यटन स्थलों में से एक नैनीताल है। यहां पूरे वर्ष पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। हरी-भरी पहाड़ियों से घिरा यह पर्यटन स्थल अपनी खूबसूरत झीलों के लिए पूरे विश्व…

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गढ़वाल की पारंपरिक मिठाई है रोटाना, पहाड़ी बिस्किट भी कहते हैं लोग

उत्तराखंड के गढ़वाल की रोटाना (Rotana Recipe) एक पारंपरिक मिठाई है। इसे गेहूं के आटे, घी और नारियल के मिश्रण से बनाया जाता है। यह खाने में स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है। ये बाहर से…

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4200 मीटर की ऊंचाई से दिखाई देती है छिपला केदार की अद्भुत खूबसूरती

उत्तराखंड अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ भक्ति भाव के लिए भी जाना जाता है, जिस वजह से इस धरती को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। वैसे उत्तराखंड की सभी जगहें खूबसूरत हैं,…

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धौलाधार के आंचल में बसे भागसू में देखने को मिलता है प्राकृतिक और धार्मिक खूबसूरती का संगम

हिमाचल प्रदेश अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है। यहां कई प्राकृतिक और धार्मिक पर्यटन स्थल मौजूद हैं। हम आपको हिमाचल प्रदेश की एक ऐसी खास जगह के बारे में…

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