उत्तराखंड के चंपावत शहर से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर एक ऊंची पहाड़ी चोटी पर भगवान शिव को समर्पित प्रसिद्द और पवित्र धार्मिक स्थल क्रांतेश्वर महादेव मंदिर (Kranteshwar Mahadev Temple) है। समुद्र तल से लगभग 6000 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद इस धार्मिक स्थल को स्थानीय लोग कणदेव और कूर्मपड़ नाम से भी संबोधित करते हैं। यह प्राचीन मंदिर है, जो उस समय की वास्तुकला की याद दिलाता है। अनोखी वास्तुशिल्प कला के लिए प्रसिद्द क्रांतेश्वर महादेव मंदिर परिसर से बर्फ से ढके हिमालय के सुंदर दृश्य का दीदार होता है। यहां आने वाले श्रद्धालु भगवान कणदेव को दूध, दही और देशी घी चढ़ाते हैं।
क्रांतेश्वर महादेव मंदिर का बड़ा धार्मिक महत्व है। मंदिर को लेकर धार्मिक मान्यता है कि यह स्थान जिस पहाड़ी पर स्थित है, वहां पर भगवान विष्णु ने “कूर्मावतार” लिया था। इतिहासकारों का मानना है कि कुर्म पर्वत के नाम से ही कुमाऊं शब्द बना है। संस्कृत के कूर्म शब्द का ही अपभ्रंश कुमाऊं है। मान्यता है कि इस स्थान पर आज भी भगवान विष्णु के पद चिन्ह विराजित हैं। कुर्म पर्वत का जिक्र स्कंद पुराण के मानसखंड में भी मिलता है। क्रांतेश्वर महादेव मंदिर इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों की आस्था का केंद्र है। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। खासकर सावन के महीने में यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हो जाता है।
क्रांतेश्वर महादेव मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं का विश्वास है कि यहां आने वाले भक्तों की सभी मनोकामना पूरी होती हैं। क्रांतेश्वर महादेव मंदिर का परिसर पत्थरों से बना हुआ है। मंदिर परिसर में खिलने वाले लाल फूल यहां की खूबसूरती को बढ़ा देते हैं। क्रांतेश्वर महादेव मंदिर चंपावत शहर के पूर्व में 6 किलोमटर की दूरी पर है। शहर से वाहन की मदद से आसानी से क्रांतेश्वर महादेव मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।
कैसे पहुंचें Kranteshwar Mahadev Temple
चंपावत से क्रांतेश्वर महादेव मंदिर तक पहुंचने के लिए अच्छी सड़क बनी हुई है। चंपावत जाने के लिए नैनीताल के अलावा आसपास के कई शहरों से लग्जरी और सामान्य बसें मिलती है। आप चाहें तो पिथौरागढ़ से भी चंपावत के लिए बस ले सकते हैं। ट्रेन से सीधे चंपावत नहीं पहुंच सकते। इसके लिए 74 दूर टनकपुर रेलवे स्टेशन उतरना होगा। यह स्टेशन लखनऊ, शाहजहांपुर और पीलीभीत से कुछ ट्रेनों से जुड़ा हुआ है। टनकपुर से चंपावत के लिए बस या कैब मिलती है। इसके अलावा रेल मार्ग से काठगोदाम भी जा सकते हैं और फिर यहां से कैब बुक कर चंपावत पहुंच सकते हैं। चंपावत से निकटतम हवाईअड्डा 80 किलोमीटर दूर पिथौरागढ़ का नैनी सैनी एयरपोर्ट है। एयरपोर्ट से चंपावत के लिए आसानी से टैक्सी मिल जाती है।
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(Religious Places from The Himalayan Diary)
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