घूमने के शौकीन लोगों के लिए नैनीताल सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। नैनीताल की खूबसूरती पर्यटकों को यहां खींच लाती है। नैनीताल पहुंचने के लिए पहले पहाड़ों की तलहटी खूबसूरत पर्यटन स्थल काठगोदाम (Kathgodam to Nainital) पहुंचना पड़ता है। इस जगह को कुमाऊं पर्वतों का प्रवेश द्वार या नैनीताल का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। काठगोदाम गौला नदी की तट पर बसा है। काठगोदाम का अर्थ होता है लकड़ियों का गोदाम। यह उत्तराखंड का उतना बड़ा पर्यटन स्थल नहीं है, लेकिन नैनीताल जाने वाले पर्यटक एक बार यहां रुककर इसकी खूबसूरती का आनंद लेना नहीं भूलते। फिर भले ही आप सड़क मार्ग या ट्रेन या हवाई यात्रा करके नैनीताल या कमाऊं के अन्य हिल स्टेशन घूमने जा रहे हों। यहां कुमाऊंनी, हिंदी और गढ़वाली बोली जाती है।
इस खूबसूरत शहर के आसपास घूमने के लिए कई मनमोहक जगह है। यहां शीतला देवी मंदिर, कालीचौड़ मंदिर और गौला नदी पर बना बांध प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। शीतला देवी मंदिर और कालीचौड़ मंदिर काठगोदाम के दो प्रतिष्ठित धार्मिक स्थान हैं। यहां त्यौहारों के समय भक्तों और पर्यटकों का भारी जमावड़ा लगता है। वहीं गौला नदी पर बना बांध पिकनिक के लिए पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में से एक है। यह नदी हल्द्वानी और शाही जैसी कई जगहों से होकर गुजरती है। पर्यटक काठगोदाम से 23 किलोमीटर दूर सातताल का आनंद भी उठा सकते है। सातताल में सात ताजे पानी के झील हैं, जो आपस में जुड़ी हैं। इन झील के नाम है- राम ताल, सीता ताल, लक्ष्मण ताल, खुदारिया ताल, पूर्णा ताल, सूखा ताल और नील दमयांती ताल।
काठगोदाम घूमने के लिए जुलाई से नवंबर तक का समय सबसे अच्छा रहेगा। इस समय यहां हल्की ठंड पड़ती है और मौसम सुहाना रहता है। वैसे यहां का तापमान पूरे साल सामान्य ही रहता है। अगर आप काठगोदाम को प्राकृतिक खूबसूरती का द्वार कहें तो गलत नहीं होगा, क्योंकि काठगोदाम पहुंचने के बाद आप यहां से कई लोकप्रिय पर्यटन स्थलों का मजा लेने के लिए जा सकते हो। काठगोदाम से हनुमान गढ़ी 21 किलोमीटर, नैनीताल 33 किलोमीटर, रानीखेत 75 किलोमीटर, अल्मोड़ा 82 किलोमीटर, बिनसर 261 किलोमीटर, जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क 144 किलोमीटर और पिथौरागढ़ 196 किलोमीटर की दूरी पर है।
कैसे पहुंचें Kathgodam
हवाई मार्ग से सीधे काठगोदाम नहीं पहुंचा जा सकता है। यहां से नजदीकी एयरपोर्ट 71 किलोमीटर दूर पंतनगर में है। यहां से दिल्ली के लिए नियमित उड़ानें मिलती हैं। काठगोदाम रेलवे स्टेशन भारत के कई प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, लखनऊ और हावड़ा से सीधे जुड़ा हुआ है। अगर आप सड़क मार्ग से यहां पहुंचना चाहते हो, तो आपको नैशनल हाईवे का सहारा लेना पड़ेगा। यहां आने के लिए गाजियाबाद, दिल्ली, नैनीताल और हल्द्वानी से सीधी बस सेवा है। दिल्ली से काठगोदाम 280 किलोमीटर की दूरी पर है।
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Web Title kathgodam-is-the-gate-of-heaven-for-nature-lovers
(Tourists Destinations from The Himalayan Diary)
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